मृतक की आंखें जलाएं नही,दान करे :- एस एम सिंह
जालंघर, 10 सितंबर (केवल कृष्ण ) : अखिल भारतीय स्तर पर चल रहे वें राष्ट्रीय प पंदरवाड़े के समापन पर पंजाब एवेनिउ जालंधर मे नेत्रदार की महत्ता पर योगा शिविर के योगियों की संबोधित करते हुए स्वयंसेवी संस्था दिशा दीप के संस्थापक व चीफ लायन एस एम सिंह के बताया के अपुष्ट अंकों के मुताबिक भारत में 15 लाख से ज्यादा कारनिया अंधेपन के शिकार लोग हैं ,यह लोग जन्मजात अंधे नहीं है अगर किसी व्यक्ति द्वारा दान की हुई आंखें इनको लगा दी जाए तो उनकी जिंदगी में रोशनी वापस आ सकती है और वह हमारी भांति सामान्य जिंदगी व्यतीत कर सकते हैं लेकिन हमारी त्रासदी यह है कि भारत के लोग अंधविश्वासों के कारण मरणोपरांत नेत्रदान नहीं करना चाहते,नतीजतन यह लोग सारी उम्रअंधेपन का शिकार ही रहते हैं.विश्व भर में से भारत में नेत्रदान करने वालों की संख्या सबसे कम है जब के यह आबादी के लिए हद से दुनिया का सबसे बड़ा देश है.अगर हम सभी अपने नैतिक राष्ट्रीय वैश्विक जिम्मेदारी समझते हुए मरणोपरांत अपनी आंखें दान करने का प्रण ले तो कुछ ही वर्षों में भारत में एक भी व्यक्ति अकारणीय अंधेपन का शिकार नहीं रहेगा। आज की बैठक में लोगों ने प्रण पत्र भरने की इच्छा व्यक्त की जिनका कल भरा जाएगा।
श्री सिंह ने सभी से आग्रह किया के वह अपनाअपने बुजुर्गों व अपने बच्चों को इस महत्वपूर्ण आशय के बारे में जागृत करें व आंखें दान करने के लिए आगे आए ताकि इन 15 लाख लोग जिंदगी में रोशनी वह जिंदगी के रंग देख सके वह हमारी तरह साधारण जीवन व्यतीत कर सकें.आज की इस बैठक का आयोजन ए एन सहगल ने किया जिसका टीम दिशा ने धन्यवाद किया।