एसआईटी और विजिलेंस ब्यूरो की जांच में बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बड़े स्तर पर ड्रग मनी की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा,540 करोड़ से अधिक की अवैध राशि का पता चला

 -एसआईटी और विजिलेंस ब्यूरो की जांच में बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बड़े स्तर पर ड्रग मनी की मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा,540 करोड़ से अधिक की अवैध राशि का पता चला

-मजीठिया के नियंत्रण वाली कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जमा होने के रिकॉर्ड मिले

-संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपये के लेनदेन के सबूत

-कंपनी के वित्तीय विवरणों में बिना किसी जानकारी या स्पष्टीकरण के 236 करोड़ रुपये की अतिरिक्त जमा राशि का भी हुआ खुलासा

-22 ठिकानों पर एसआईटी और 3 जगहों पर विजिलेंस ब्यूरो की छापेमारी में 30 से अधिक मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरियां, संपत्ति के दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज से जुड़े रिकॉर्ड बरामद



सक्षम पंजाब/दीपक लखनपाल 

अमृतसर : पंजाब स्टेट क्राइम थाना में वर्ष 2021 में दर्ज एफआईआर नंबर 02 की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) और विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई जांच में यह सामने आया है कि बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा बड़े स्तर पर ड्रग मनी की मनी लॉन्ड्रिंग की गई है।

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस मामले में 540 करोड़ रुपये से अधिक की ड्रग मनी का अवैध तरीकों से लेन-देन किया गया, जिसमें—

1. बिक्रम सिंह मजीठिया के नियंत्रण वाली कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जमा,

2. संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपये का लेन-देन,

3. कंपनियों के वित्तीय स्टेटमेंट में बिना किसी जानकारी के 236 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि,

4. और मजीठिया द्वारा किसी वैध आय स्रोत के बिना अचल/चल संपत्तियों की खरीद शामिल है।

विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब स्टेट क्राइम थाना एसएएस नगर में एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 25, 27-ए और 29 के तहत 20-12-2021 को दर्ज एफआईआर नंबर 02 की जांच कर रही एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर यह केस दर्ज किया गया है। इसमें मजीठिया द्वारा बड़े पैमाने पर ड्रग मनी की लॉन्ड्रिंग से जुड़े ठोस सबूत सामने आए हैं।

इस केस में विजिलेंस ब्यूरो द्वारा सभी प्रकार के लेन-देन की जांच की जा रही है। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि सराया इंडस्ट्रीज़ के खातों में जमा की गई यह राशि सीधे तौर पर ड्रग मनी से जुड़ी है और मजीठिया द्वारा इसे उनके प्रभावशाली राजनीतिक पद और संसाधनों का दुरुपयोग कर अवैध रूप से जमा किया गया।

प्रवक्ता ने बताया कि बिक्रम सिंह मजीठिया और उनकी पत्नी गिनीव कौर के नाम पर चल-अचल संपत्तियों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन इन संपत्तियों की खरीद के लिए किसी वैध आय स्रोत का खुलासा नहीं किया गया।

अब तक एसआईटी द्वारा 22 व्यक्तियों के ठिकानों और विजिलेंस ब्यूरो द्वारा 3 जगहों पर की गई छापेमारी के दौरान 30 से अधिक मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरियां, संपत्ति के दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात बरामद हुए हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि बिक्रम सिंह मजीठिया को विजिलेंस ब्यूरो द्वारा कानून के तहत उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए गिरफ्तार किया गया है।

जांच अभी जारी है, जिसमें और भी गिरफ्तारियों, छापेमारी और बरामदगी की संभावना है।

उन्होंने कहा कि जांच को तार्किक और न्यायसंगत अंजाम तक पहुंचाने के लिए सभी जुटाए गए साक्ष्य संबंधित अदालत के समक्ष पेश किए जाएंगे और पूरी प्रक्रिया कानून के अनुसार की जाएगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post